गायत्री नगर में निकली भव्य रथ यात्रा, महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने निभाई ऐतिहासिक परंपरा

गायत्री नगर में निकली भव्य रथ यात्रा, महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने निभाई ऐतिहासिक परंपरा

रायपुर। राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित ऐतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर से आज भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की पवित्र रथ यात्रा का अत्यंत भव्य एवं आध्यात्मिक आयोजन संपन्न हुआ। यह आयोजन श्रद्धा, संस्कृति और सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक बनकर उभरा। सुबह से ही मंदिर परिसर एवं आसपास के मार्गों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।

इस पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल माननीय श्री रमन डेका जी सह पत्नी  एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय  विशेष रूप से उपस्थित रहे। यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व, दोनों शीर्ष  ने परंपरानुसार मंदिर परिसर एवं रथ मार्ग की “सोने की झाड़ू” से सफाई कर राजसी सेवाभाव और समर्पण की परंपरा का अनुपालन किया।
श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने बताया कि: “यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, जब राजा-महाराजा भगवान की सेवा में सोने की झाड़ू लगाकर अपनी विनम्रता और भक्ति प्रकट करते थे। इस परंपरा को आज भी जीवित रखना हमारी सांस्कृतिक पहचान की रक्षा है।”

रथ यात्रा की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार, शंखनाद, ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ हुई। महिला मंडलों द्वारा प्रस्तुत भजन-कीर्तन, बाल कलाकारों की सुंदर झांकियाँ, और झूमर, करमा, सुवा आदि लोकनृत्य ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों से पूरा नगर गूंज उठा।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सेवा शिविर, शीतल पेय वितरण, भंडारा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। नगर निगम, पुलिस बल,  एवं स्वयंसेवकों ने समन्वयपूर्वक सेवा दी, जिससे यात्रा अनुशासित एवं सुरक्षित रही।

इस भव्य आयोजन का संचालन श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष श्री पुरंदर मिश्रा के नेतृत्व में हुआ। उनकी टीम द्वारा कई महीनों की योजनाबद्ध तैयारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, व्यापारिक संगठनों एवं युवाओं की सक्रिय भागीदारी से यह आयोजन ऐतिहासिक रूप में संपन्न हुआ।

रथ यात्रा के समापन पर भगवान श्री जगन्नाथ की विशेष महाआरती की गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। तत्पश्चात विशाल प्रसाद वितरण किया गया, जिसमें भक्तों को गरम-गरम प्रसाद प्राप्त हुआ। 

कार्यक्रम के उपरांत मीडिया से बातचीत में विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने कहा “केंद्र सरकार और राज्य सरकार मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूर्णतः समाप्त करने की ठोस योजना पर कार्य कर रही हैं। यह केवल सुरक्षा का विषय नहीं, बल्कि विकास, विश्वास और जन-भागीदारी का अभियान है। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ एवं भारत न केवल आंतरिक रूप से सशक्त हो, बल्कि विश्वगुरु के रूप में उभरे। यह संकल्प केवल शब्द नहीं, बल्कि कर्म में बदल चुका है।”