रायपुर में फर्जी दस्तावेजों के सहारे रह रहे बांग्लादेशी दंपति गिरफ्तार

रायपुर पुलिस ने टिकरापारा थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों के सहारे 16 वर्षों से रह रहे बांग्लादेशी दंपति को गिरफ्तार किया है। दोनों बांग्लादेश के मूल निवासी हैं और लंबे समय से भारत में अवैध रूप से रह रहे थे।
फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट और पहचान पत्र बनवाया
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी मोहम्मद दिलावर ने रायपुर में अंडे का ठेला लगाकर जीवन यापन शुरू किया था। इसी दौरान एक ग्राहक की मदद से फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवाए। बाद में अपनी पत्नी परवीन बेगम और नाबालिग पुत्री को भी भारत लेकर आ गया।
गिरफ्तारी के दौरान मिला यह सामान
फर्जी पासपोर्ट
आधार कार्ड, मार्कशीट, अन्य दस्तावेज
मोबाइल फोन, जिसमें बांग्लादेशी नंबर पाए गए
पुलिस ने दर्ज किया गंभीर मामला
टिकरापारा थाना में आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 437/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 112, 318(4), 319(2), 336(3), 3(5) के अलावा भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12(बी) और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम 1920 की धारा 3, विदेशी नागरिक अधिनियम 1946 की धारा 14 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
मोह. दिलावर (उम्र 49), पिता स्व. मोहम्मद सलीम, निवासी ग्राम मुख्तारपुर, थाना मुंशीगंज, जिला मुंशीगंज (बांग्लादेश), वर्तमान पता – धरम नगर, पचपेड़ी नाका, रायपुर
परवीन बेगम (उम्र 44), पत्नी मोह. दिलावर, निवासी ग्राम मुख्तारपुर, बांग्लादेश, वर्तमान पता – धरम नगर, पचपेड़ी नाका, रायपुर
लगातार बदलते रहे ठिकाने, पहचान छिपाई
दिलावर ने पूछताछ में बताया कि वह 15 साल पहले बांग्लादेश से भारत में घुसा, और पहचान छुपाते हुए रायपुर में विभिन्न जगहों पर रहा। पुलिस का मानना है कि दंपति का संपर्क किसी फर्जी दस्तावेज गिरोह से रहा होगा, जिसकी अब तलाश की जा रही है।
यह गिरफ्तारी रायपुर पुलिस के सतर्कता और खुफिया तंत्र की बड़ी सफलता मानी जा रही है। अवैध रूप से देश में प्रवेश कर फर्जी दस्तावेजों के बल पर रहने वाले विदेशी नागरिकों पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में और भी खुलासे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।