छत्तीसगढ़ के कबीरधाम कवर्धा जिला ग्राम बद्दो के निवासी डॉ.लव कुमार वर्मा ने भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग (छत्तीसगढ़) के विज्ञान संकाय, में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Ph.D.) की उपाधि अर्जित की

छत्तीसगढ़ के कबीरधाम कवर्धा जिला ग्राम बद्दो के निवासी डॉ.लव कुमार वर्मा ने भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग (छत्तीसगढ़) के विज्ञान संकाय, में  डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Ph.D.) की उपाधि अर्जित की

कवर्धा :- छत्तीसगढ़ के कबीरधाम कवर्धा जिला ग्राम बद्दो के निवासी डॉ.लव कुमार वर्मा ने भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग (छत्तीसगढ़) के विज्ञान संकाय, प्राणीशास्त्र विषय के शोधार्थी डॉ लव कुमार वर्मा ने अपनी मेहनत, लगन और अटूट समर्पण से “ – रिसर्च Title - Study On The Diversity Of some Migratory Fish in shivnath River chhattisgarh. डा वर्मा ने अपना शोध छत्तीसगढ़ की शिवनाथ नदी में पाई जाने वाली कुछ प्रवासी मछलियों की विविधता का अध्ययन पूर्ण किया। विषय प्राणीशास्त्र में  डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Ph.D.) की उपाधि अर्जित की है।यह शोधकार्य विश्वविद्यालय के मार्गदर्शक डॉ. समन सिद्दीकी के मार्गदर्शन में पूर्ण हुआ। विज्ञान संकाय अध्यक्ष डॉ. प्रतिभा कुरूप ,विद्या चंद्राकर , डॉ.नीतू श्रीवास्त ने इस उपलब्धि को गर्व का क्षण बताते हुए डॉ. लव कुमार वर्मा को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि यह शोध ग्रामीण क्षेत्रों लोग रोजगार मिलेगा ।डॉ. लव कुमार वर्मा ने अपने मार्गदर्शक, संकाय अध्यक्ष, कुलाधिपति, कुलपति, कुलसचिव एवं सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिवार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने  अटल बिहारी वाजपेई शासकीय महाविद्यालय पांडातराई पूर्व प्राचार्य डॉ अविनाश कुमार लाल एवं वर्तमान डा.अल. तिवारी IQAC प्रभारी डॉ. मुकेश त्यागी, शासकीय महाविद्यालय पिपरिया के प्राचार्य डॉ.एस के श्रीवास सहयोग के लिए भी हृदय से आभार जताया।उन्होंने अपनी सफलता को अपने पिता शिवप्रसाद वर्मा आशीर्वाद को समर्पित किया। साथ ही पत्नी श्रीमती सरिता वर्मा , पुत्री त्रिशा वर्मा भाई पारस वर्मा, मामा अशोक वर्मा, बहन कल्पना वर्मा, और दीदी सोनिया वर्मा   के स्नेह, प्रेरणा और सहयोग को अपनी सफलता की आधारशिला बताया।डॉ.लव कुमार वर्मा ने कहा कि उनका यह शोध न केवल एक शैक्षणिक उपलब्धि है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में मत्स्य संसाधनों के संरक्षण एवं रोजगार के नए अवसर सृजित  करने में सहायक सिद्ध होगा और ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय लोगों में  रोजगार को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा विश्वविद्यालय परिवार ने डॉ. लव कुमार वर्मा की इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण नई पीढ़ी के शोधार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।