मोदी ने बेंगलुरु में तीन वंदे भारत का किया शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बेंगलुरु में आरवी रोड को बोम्मासंद्रा से जोड़ने वाली नम्मा मेट्रो की बहुप्रतीक्षित येलो लाइन का उद्घाटन किया और विस्तारित बेंगलुरु-बेलगावी सेवा सहित तीन वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा तैयार 2011 की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के मुताबिक 19.15 किलोमीटर लंबे येलो लाइन कॉरिडोर का निर्माण 2017 में शुरू हुआ लेकिन इसे अनेक विलंबों का सामना करना पड़ा। शुरुआत में इसे दिसंबर 2021 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन भूमि अधिग्रहण संबंधी दिक्कतों, कोविड-19 महामारी और चीनी रोलिंग स्टॉक निर्माता सीआरआरसी नानजिंग से आपूर्ति में देरी के कारण परियोजना में बाधा उत्पन्न हुई।
इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी कॉरिडोर पर आठ लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करने के लिए तैयार की गई नयी मेट्रो लाइन का उद्देश्य सड़क के भीड़भाड़ को कम करना है, विशेष कर अति व्यस्त सिल्क बोर्ड जंक्शन पर। हालांकि शुरुआत में सीमित परिचालन क्षमता के कारण इसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा क्योंकि केवल तीन ट्रेनें उपलब्ध थीं और सेवाओं के बीच 25 मिनट का अंतराल था। यात्रियों ने निराशा व्यक्त की थी और अपर्याप्त आवृत्ति के कारण उद्घाटन को केवल प्रतीकात्मक बताया।
आज रागीगुड्डा मेट्रो स्टेशन पर कांग्रेस समर्थकों ने उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के समर्थन में नारे लगाए और कहा कि मेट्रो परियोजना राज्य और केंद्र सरकारों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है न कि किसी एक राजनीतिक दल की संपत्ति। परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भाजपा के राज्य इकाई प्रमुख विजयेंद्र येदियुरप्पा और बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या सहित भाजपा नेताओं पर इस परियोजना को पूरी तरह से केंद्र सरकार की परियोजना के रूप में वर्णित करने का आरोप लगाया। इस बीच कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि राज्य ने भूमि अधिग्रहण लागत सहित 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है और भाजपा पर इसका श्रेय हड़पने का आरोप लगाया।
मेट्रो उद्घाटन के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने विस्तारित बेलगावी-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जो सप्ताह में छह दिन चलेगी और सुबह 5:20 बजे बेलगावी से रवाना होगी तथा दोपहर 1:50 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी। वापसी में इसकी यात्रा दोपहर 2:20 बजे शुरू होगी। इस सेवा से बेंगलुरु, तुमकुरु, दावणगेरे, हावेरी, हुबली, धारवाड़ और बेलगावी के बीच संपर्क बढ़ने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त दो अन्य वंदे भारत रेलगाड़ियां, श्री माता वैष्णो देवी कटरा-अमृतसर और नागपुर (अजनी)-पुणे भी शुरू हुईं।
रागीगुड्डा मेट्रो स्टेशन और भारतीय वायुसेना प्रशिक्षण कमान मुख्यालय सहित प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा कड़ी थी। बेंगलुरु यातायात पुलिस ने सुबह 8.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक प्रमुख मार्गों पर प्रतिबंध लागू कर दिया था। हालांकि प्रधानमंत्री द्वारा हेलीकॉप्टर और मेट्रो से यात्रा करने के कारण कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ।